मुनीर अहमद मोमिन
ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भिवंडी निजामपुर शहर महानगरपालिका के अजय सीताराम गायकवाड़ नामक एक एरिया क्लर्क को 19 सितंबर गुरुवार को 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार करते हुए इस आशय की प्राथमिकी शांतिनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज़ करा दिया है। बता दें कि मनपा को प्रशासक के हवाले करने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पूर्व मनपा के कर मूल्यांकन विभाग में 3 जनवरी 2024 को नवी मुंबई की एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने क्लर्क किशोर शिवराम केणे को एक इमारत का असेसमेंट करने की एवज में डेढ़ लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोचते हुए इस कड़ी में प्रभारी कर मूल्यांकन अधिकारी सुदाम जाधव और कार्यालय अधीक्षक सायराबानो रफीउज्जमा अंसारी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस तरह एक साल के भीतर दो-दो बार एंटीकरप्शन के छापों से जहां मनपा प्रशासन की सर्वत्र खूब किरकिरी हो रही है। वहीं इन घटनाओं से यह साबित होता है कि भिवंडी मनपा में रिश्वतखोरी का बाज़ार चरम से भी ज्यादा गरम है।
एंटी करप्शन ब्यूरो ठाणे के पुलिस निरीक्षक संतोष अंबिके द्वारा जारी प्रेस बयान के मुताबिक शिकायतकर्ता ने भिवंडी मनपा के प्रभाग समिति क्रमांक 4 में एक महिला के नाम की संपत्ति उसके बेटे के नाम पर हस्तांतरण करने के लिए आवेदन दिया था। मनपा के एरिया क्लर्क अजय गायकवाड़ ने उक्त संपत्ति को हस्तांतरित करने के लिए आवेदनकर्ता से 20 हजार रूपए रिश्वत मांगी थी। इस मामले में शिकायतकर्ता ने ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में इसकी शिकायत दर्ज कराया था। शिकायत की जांच के दौरान पता चला कि आरोपी क्लर्क अजय गायकवाड़ ने शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जाल बिछाकर पहली किस्त की 10 हजार रुपये की रकम एक होटल से स्वीकार करते हुए रंगेहाथ एरिया क्लर्क अजय गायकवाड़ को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना को लेकर मनपा के अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
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